हेल्लो दोस्तों मैं फिर एक कहानी लेकर आई हूँ जो मेरे साथ हाल फ़िलहाल में हुई है  



आपको पढ़ कर मज़ा आएगा ऐसी मेरी आशा है 





चलिए कहानी की शुरुवात करते है .


मैं कुछ दिन पहले अपने बेटे को लेकर गाँव जा रही थी ,

मेरा गाँव रायपुर से 5 घंटे  की दुरी में पड़ता है 


मैं रायपुर से बैठी , बलोदा बाज़ार पहुची,  

वहा एक आर्मी  वाला लड़का खड़ा था बस क इंतजार में 





दिखने में अच्छा बॉडी वाला दिखने में भी मस्त था ,

वैसे मुझे बॉडी वाले लड़के ज्यादा सम्मोहित करते है

मैं उसको ही देख रही थी , वो बस में चढ़ा , बस में बहुत भीड़ थी , जगह ही नहीं थी , मैं ओर मेरा बेटा ही बैठे थे सीट में , वो हमारे बगल आके खड़ा हो गया ,


कुछ दूर जाने के बाद मैं बोली की आप हमारे बगल बैठ जाओ मैंने अपने बेटे को गोदी में बैठा दिया वो मेरे बगल में आकार बैठ गया 



कुछ देर ऐसे ही बैठे रहे वो मेरे बेटे से बात कर रहा था ,  कोन सी क्लास में पढ़ते हो , क्या क्या पसंद है करके ,फिर मुझसे पूछा की आप कहा जा रहे , मैं बताई अपने गाँव जा रही कुछ काम से  , एक हफ्ते के लिए , वो भी अपने गाँव ही जा रहा था मेरे गाँव से लगा था ,उसका गाँव ,  उसका नाम  धर्मेश  था ,वो फॉर्म होउस बनवा रहा था अपने गाँव में उसी को देखने जा रहा था


बहुत सारी बात हुई हम दोनों के बीच , भीड़ बहुत थी तो उसका हाँथ मेरे बूब्स में बार बार  टच हो जा रहा था.हम  दोनों बहुत चिपक के बैठे थे , उसका एक हाथ मेरे जन्घो से टकरा रहा था , वो अपना बेग अपने गोदी में रखा था ,उसका हाथ मेरे जन्घो के ऊपर था ,बिच बिच में ऐसा लग रहा था की वो मेरे जन्घो को दबा रहा सहला रहा गाड़ी भी बहुत हिल रही थी , 



मैंने भी अपना हाथ जन्घो के पास रख दी  , दोनों के हाथ टच होने लगे , मुझे देख स्माइल भी करता था , मेरे हाथो को पकड़ के सहला रहा था , मैं भी स्माइल दी ओर हाथ नहीं हटाई ,



उसकी शादी नहीं हुई थी घर वाले लड़की देख रहे थे बताया ,  जब भी बस ज्यादा हिलती वो मेरे जन्घो को दबा देता मुझे भी अच्छा लग रहा था , बात करते करते अचानक उसने हाथ मेरे जन्घो से मेरी चूत की तरफ ले गया ओर मेरी चूत को साड़ी के ऊपर से मसलने लगा उम्म्मम्म , उसका बेग था तो कुछ नहीं दिख रहा था निचे का , मैंने अपने टाँगे  थोड़ी फैला दी ताकि उसका हाथ अछे से चूत तक जा सके  बहुत मसल रहा था , मैं भी अपना हाथ उसके लंड के पास ले जाकर 

उसको दबाने लगी ,, .



दोनों को मज़ा आ रहा था , थोड़ी भीड़ कम हो गई थी बस में , वो अपना पेंट  का जिप खोल दिया ओर मेरे हाथ को पेंट के अन्दर डाल दिया, उफ्फ्फफ्फ्फ़  बहुत हार्ड ओर मोटा था उसका लंड मैं मसल रही थी जोर जोर से , वो भी मेरे चूत को मसल रहा था , बेटा सो गया था , उसको कोने में सुला दी थी ,



मेरे कान में बोला की आप बहुत सेक्सी है , फिर मैंने उसके लंड को  ऊपर  निचे करने लगी, बहुत हार्ड हो  गया था, फीर वो बोला बस करो भाभी नहीं तो निकल जायेगा , मैं हँसी  ओर बोली ठीक है ओर अपना हाथ बहार निकल ली , उसने भी अपना हाथ वापस ले लिया 




उसने अपना नंबर दिया ओर बोला अगर टाइम मिले तो कॉल करना आप , मैं बोली ठीक है , उसका गाँव मेरे गाँव से लगा हुआ था , १० से १५ मिनट का रास्ता था ,



4 5 घंटे यु ही बीत गए , पता ही नहीं चला वो फिर अपने गाँव में उतर गया , बोला कॉल जरुर करना , मैं बोली ठीक है  कोशिश करुँगी 



एक दो दिन बाद सोची की कॉल करती हूँ  करके  उसका लंड बहुत अच्छा था सोच सोच के चूत गीली हो जा रही थी , उसको कॉल की  उठाया उसने बात हुई , वो बोला आपको बहुत मिस कर रहा था , वो बोला की क्या आप मेरे गाँव आ सकते हो , फॉर्म हाउस में मैं यहाँ अकेले रहता हूँ अभी काम बंद है . , मन तो मेरा भी हो रहा था उससे मिलने का , मैं बोली कल बताउंगी , 



दुसरे दिन मैं कॉल की उसको , ऐसे ही बात हुई हाल चल पूछा  फिर वो बोला की आने का क्या सोचा आपने ,


मैं बोली आ सकती हूँ पर आपको लेने आना पड़ेगा कुछ दूर ,वो बोला ठीक है, मैं आ जाऊंगा , दोपहर को आने  को बोली उसको , १ बजे करीब वो आया, गाँव से कुछ दूर आगे मैं ऑटो से कुछ दूर आ गई थी , वो बाइक से आया लेने ,उसके साथ बैठी फिर हम  चल पड़े उसके फार्म हाउस की ओर वो गाँव से थोडा पहले ही पड़ता था 






बिच बिच में इधर उधर की बात हुई मेरे हसबंड के बारे में पूछा,मैं बोली वो अक्सर बहार रहते है उनका जॉब बहार है , एक दो मंथ में आते है ,




कुछ देर बाद हम उसके फार्म हाउस पहुच गए , कोई नहीं था वहा, उसने ताला खोला फिर हम अन्दर गए , एक दो रूम बने थे ओर कुछ का काम चल रहा था ,



उसने पहले फार्म हाउस घुमाया सब तरफ फिर उसके रूम गए , कूलर लगा हुआ था  पानी पिलाया ,फिर हम बात करने लगे , मैं पूछी की उसकी कोई गर्ल फ्रेंड है की नहीं वो बोला पहले थी जब पढ़ाई कर रहा था , जब से आर्मी में लगा हूँ उससे बात कम हो गई , अब उसकी शादी भी हो गई है 

अब  बात नहीं होती ,



बात करते करते उसने अपना हाथ मेरे जन्घो में रख दिया मेरे पास आकर चिपक कर बैठ गया , वो बोला आप बहुत सेक्सी हो भाभी आपको किस करना चाहता हूँ .मैं बोली ठीक है कर लो , फिर वो मेरे गालो में किस किया फिर गले में , फिर मेरे लिप्स में किस करने लगा .


मैं अपने आप को फ्री छोड़ दी थी , फिर उसने मेरे बूब्स को हाथ लगया  धीरे धीरे मसलने लगा , फिर मुझे अच्छा लगने लगा मैं उसको किस करने लगी उसके होंठो को काटने लगी ,उम्म्म्म उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़  .वो भी मेरे होंठो  को चूस रहा था जीभ से खेल रहा था ,




फिर वो मरी साडी को खोलने लगा ,धीरे धीरे उसने मेरी साड़ी खोल दी मुझे बस पेटीकोट ओर ब्रा में कर दिया था ,






किस किये जा रहा था सब तरफ ,बूब्स में गालो में होंठो में मैं भी उसका साथ दे रही थी , जोश में आ गई थी मैं भी ,फिर वो भी अपनी टी शर्ट निकल दिया ओर पेंट भी . उसके अंडरवियर से उसका बड़ा ओर लम्बा लंड दिख रहा था  पूरा हार्ड हो गया था , 





उसने मेरी पेटीकोट को खोल दिया अब मैं बस ब्रा पेंटी में थी वो मुझे चूमने लगा ऊपर से निचे तक मेरी चूत के ऊपर भी चाटने लगा मैं पागल हो रही थी , फिर वो मेरी ब्रा को खोल दिया ओर मेरे बूब्स में टूट पड़ा जोर जोर से किस ओर काटने लगा उम्म्म्म मैं मदहोश हो रही थी मैं एक हाथ से उसके लंड को मसला रही थी , बहुत हार्ड होगया था , उसको बहार निकल दी फिर वो नंगा हो गया , 





फिर मुझे भी पूरा नंगा करके मेरी चूत को चाटने लगा उफ्फ्फ्फ़ मर गई आआहह्ह जैसे जैसे चूत में उसकी जीभ जाती मैं मचल जाती ,वो जीभ से मेरी चूत को चोद रहा था , मैं भी उसका सर पकड़ के चूत में धक्के दे रही थी मेरी सिसकिय निकल रही थी  आआह्ह्ह्ह उम्म्म्मम्म उफ्फ्फ्फफ्फफ्फ्फ़ 




वो पागलो की तरह मेरी चूत को चाट रहा था सारा रस पि रहा था , उफ्फ्फफ्फ्फ़ ऐसा लग रहा था की उसको बहुत दिनों बाद चूत चाटने  का सोभाग्य  मिला है मैंने भी अपनी टांगो को फैला दी ताकि वो अच्छे से मेरी चूत चाट सके ...मैं पागल हो रही थी  आः अआः आआअह्ह्ह्ह कर रही  थी ,मेरी चूत पानी छोड़े जा रही थी वो पीते जा रहा था , बहुत प्यासा था वो , उम्म्म्मम्म 



अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था उसको बोली अब चोदो मुझे वो बोला मेरा लंड चुसो न भाभी पहले , फिर क्या था मैं भी उसके लंड को चूसने टूट पड़ी उफफ्फ्फ्फ़ क्या मस्त था उसका लंड मोटा बड़ा साफ़ गोरा गोरा , मैं पूरा मुह में लेकर चूसने लगी  उम्म्म्म उम्म्म्म  जीभ से उसके लंड से खेलने लगी , वो मदहोश होकर लेट गया , मेरे मुह में धक्के दे रहा रहा चोद रहा था मेरे मुह को मैं भी पूरा साथ दे रही थी उसका 





उसका लंड चूसते चूसते उसके ऊपर चढ़ गई ओर उसको किस  करने लगी फिर मैं उसका लंड हाथ से पकड़ कर अपनी चूत में डाल दिया उफ्फ्फफ्फ्फ़ आआआआअ  उईइमाआ  बहुत हार्ड था उसका लंड धीरे से पूरा घुस गया मेरी चूत में ,





वो धीरे धीरे चोदने लगा मुझे मज़ा आ रहा था उसका लंड का एहसास पूरा मिल रहा था मेरी चूत में , मैं अपने गांड को धक्के दे कर चोदने लगी उसको वो मेरे बूब्स को दबा रहा था चोदते चोदते, मैं जोर जोर से धक्के देने लगी उफ्फ्फ्फफ्फफ्फ्फ़ आआह्ह्ह्ह आआआह  बहुत मज़ा आ रहा था दोनों को, दोनों चुदाई में मदहोश हो गए थे ,



वो मुझे जोर जोर से चोदे जा रहा था ओर मैं उसको किस कर रही थी उसके लंड में कूद रही थी आआआह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ , मैं पागल हो रही थी 


फिर वो बोला डोगी स्टाइल में चोदना है मैं बोली ठीक है मैं डोगी पोज़ में आ गई , फिर उसने अपना लंड डाला उफ्फ्फफ्फ्फ़ ओर चोदने लगा जोर जोर से आआआह्ह आआआह  &nbs p;जोर जोर से धक्के दे रहा था  मैं भी अपनी गांड को उसके लंड में धक्के दे रही थी , 




१० मिनट  चोदने के बाद  बोला  भाभी आपकी गांड भी चोदना है , मैं बोली आज तक नहीं करवाई हूँ वो बोला कुछ नहीं होगा तेल लगा के चोदुंगा , मैं बोली ठीक है धीरे से डालना , वो तेल लेकर आया , पहले अपने लंड में लगाया फिर मेरी गांड में लगाया उफ्फ्फफ्फ्फ़ उसका हाथ लगते ही मेरी गांड मचल गई मेरी  गांड के छेद में उगली डाल के  तेल लगा रहा था उम्म्मम्म्म्म मुझे अच्छा लग रहा था 


फिर धीरे से अपना लंड मेरे गांड में डाला उम्म्म्मम्म उफफ्फ्फ्फ़ दर्द हो रहा  था .फिर धक्के से पूरा अन्दर  डाल दिया ,, मेरे मुह से आआः अह्ह्ह्ह निकल गई  फिर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा मुझे अच्छा लगने लगा , धीरे धीरे  चोदते  चोदते  वो जोर जोर से मेरी गांड को चोदने लगा , थोड़ा दर्द  थोडा अच्छा लगने लगा ,मेरी गांड फ्री हो गई थी मज़ा आने लगा था, उसका मोटा लंड मेरी गांड को चीर रहा था ,उफ्फ्फफ्फ्फ़ 




उसको भी मज़ा आ रहा था , फिर जोर जोर से चोदने लगा , गांड में पहली बार ली थी उसका अलग ही मज़ा आ रहा था मुझे ,उसका निकलने वाला था वो स्पीड बढ़ा दिया चोदने का ,फिर पूरा पानी मेरी गांड में छोड़ दिया , उम्म्मम्म पूरा भर दिया था मेरी गांड को फिर  वो मेरे ऊपर कुछ देर लेटे रहा जब तक उसका लंड शांत  नहीं हुआ ,


वो पूछा कैसा  लगा भाभी आपको मुझसे चुदवा के,मैं बोली बहुत अच्छा लगा ,पहली  बार तुमसे गांड में चुदवाई , बहुत मज़ा  आया , गांड में चुदवाने का अलग ही मज़ा ओर सुख ओर आनंद है ,फिर हम दोनों लेटे लेटे एक दुसरे को किस करते रहे, दो घंटा हो गया था ,३ बजने को थे ,मैं बोली अब मुझे जाना होगा , वो बोला ठीक है आपको छोड़ देता हूँ गाँव तक ,



फिर दोनों ने कपडे पहने ओर जाने के लिए रेडी हो गए , वो गाँव से कुछ दूर पहले मुझे छोड़ा , मैंने कहा की टाइम मिलेगा तो फिर मिलंगे , वो बाय करके निकल गया , 



वो बोला की रायपुर  आऊंगा कभी आपसे मिलने , मैंने कहा जरुर ,



तो ऐसी थी मेरी न्यू चुदाई की कहानी ,मूझे  तो मज़ा आया ही आपको पढ़ के भी मज़ा आया होगा . आपका लंड जरुर खड़ा हुआ होगा ..